शिवलिंगी के बीज अन्य बीमारियों के अलावा पुत्र प्राप्ति में रामबाण उपाय है !
शिवलिंगी के बीज बहुत सी बीमारियों में दवा के रूप में काम लिए जाते हैं। इनका सेवन साधारण बीमारियों से लेकर बांझपन की समस्या में भी किया जाता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के साथ-साथ टाइफाइड जैसी गंभीर बुखार को भी दूर करने में बेहद उपयोगी साबित होते हैं।
शिवलिंगी को संस्कृत में बहुपत्रा, शिवल्ली कहते हैं, बीमारियों में इसका सेवन किया तो जाता है, लेकिन इसका अधिक सेवन भी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे मैं किसी विशेषज्ञ की सलाह से ही ही प्रयोग करें !
बुखार में:--
शिवलिंगी के बीज केवल बुखार को ही दूर नहीं करते हैं, बल्कि दर्द में भी आराम पहुंचाते हैं। इसके अंदर एंटी-फीवर गुण मौजूद होते हैं, जो तपेदिक को दूर करने के साथ टाइफाइड जैसी गंभीर बुखार को भी दूर कर सकते हैं। इसके चूर्ण का सेवन पेट की सूजन को दूर करता है, लेकिन इसके सेवन से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेवें।
कब्ज की समस्या :---
असंतुलित आहार और ख़राब लाइफस्टाइल के चलते लोगों को कब्ज की परेशानी रहती है। ऐसे में वे बहुत से चूर्ण और दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन ऐसे लोगों को सबसे पहले पाचन तंत्र को मजबूत बनाना चाहिए हैं। इसके लिए शिवलिंगी के बीज का सेवन समस्या का हल हो सकता है। यह खाने को बेहद ही आसानी से पचाने में मदद करता है।
वजन घटाने में लाभदायक:---
वर्तमान समय में मोटापा भी बहुत बड़ी समस्या है। बहुत से लोग वजन घटाने के लिए खूब पसीना बहाते हैं और खाने पीने में कटौती भी करते हैं। लेकिन बावजूद इसके भी वजन घटाने में कोई ख़ास फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में शिवलिंगी के बीज आपका वजन कम करने में कारगर साबित हो सकते हैं।
गर्भधारण में मददगार :--
प्रेगनेंसी में और नवजात शिशु के लिए भी मददगार
शिवलिंगी के बीज गर्भधारण करने में मदद करने के साथ ही ये नवजात शिशु को स्वस्थ बनाने में भी बेहद मददगार हैं। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करना एक अच्छा विकल्प है !
पाचन तंत्र मजबूती के लिए:--
शिवलिंगी के सेवन से ना केवल आंतों के काम में सुधार आता है, बल्कि यह मल को आसानी से बाहर निकालने में भी मदद करता है। कब्ज की समस्या से लड़ने में एक अच्छा विकल्प है। आपको बता दें कि, अपच और एसिडिटी की समस्या को दूर करने में भी बेहद उपयोगी है।
शिवलिंगी के बीज कब खाना चाहिए ?
अगर महिला 5 शिवलिंगी के बीजों का रोज सुबह के समय खाली पेट 21 दिन तक सेवन करती है. तो महिला को उसके बाद पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. इसके लिए आप 108 शिवलिंगी के बीजों को खरल में कूट कर अत्यधिक महीन कर ले. पाउडर जितना महीन होगा उतना ही पचने में आसानी होगी.!
बांझपन की समस्या को दूर करता है !
यह महिलाओं में बांझपन की समस्या को दूर करता है। इसके सेवन से पुत्र प्राप्ति के साथ-साथ संतान को स्वस्थ और तेजस्वी बनाने के लिए भी किया जाता है। शिवलिंगी बीज एक प्राकृतिक चीज है जिसका सेवन महिलाएं कर सकती हैं। इससे उनके हार्मोन संतुलित रहते हैं।
शिवलिंगी बीज से लड़का होता है, क्या ?
शिवलिंगी के बीजों में कुछ इस प्रकार के औषधीय गुण होते हैं, जोकि महिलाओं में पुत्र प्राप्ति के लिए जिम्मेदार तत्व को बढ़ाती है !
शुक्र देवता की साधना करें !
संतान प्राप्ति के लिए शुक्र के बीज मंत्र 'ओम शुं शुक्राय नम:' का जप करना आपके लिए लाभदायक रहेगा। इस मंत्र के जप से न सिर्फ पौरुष वृद्धि होती है, बल्कि आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। इस मंत्र के नियमित जप से हानिकारक तत्वों का नाश होता है और शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार होता है
सावधानी:--- उपरोक्त बीजों को खाने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें अन्यथा फायदे की जगह नुकसान हो सकता है !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts,please let me know