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3/07/2022

बढ़े हुए ब्लड शुगर का शरीर के अंगों पर कैसे पड़ता है असर

   
                           
   

बढ़े हुए ब्लड शुगर का शरीर के अंगों पर कैसे पड़ता है असर


ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने से शरीर के कई अंगों पर बुरा असर पड़ता है, जानने के ल‍िए पूरा लेख पढ़ें





आपको हर घर में डायबिटीज का एक मरीज तो जरूर म‍िल जाएगा। डायब‍िटीज में अगर ब्‍लड में शुगर लेवल बढ़ता है तो शरीर में भी कई समस्‍याएं बढ़ सकती हैं जैसे डाइजेशन की समस्‍या, आंखों में कमजोरी, इंफेक्‍शन की समस्‍या आद‍ि। डायब‍िटीज के कारण हाई बीपी की समस्‍या होती है ज‍िससे कोलेस्‍ट्रॉल बढ़ता है और हार्ट ड‍िसीज के साथ अन्‍य समस्‍याएं शुरू हो जाती हैं। इस लेख में हम जानेंगे क‍ि डायब‍िटीज के कारण शरीर के क‍िन अंगों पर प्रभाव पड़ता है। 


1. आंखों को प्रभाव‍ित कर सकता है डायब‍िटीज (Diabetes affects eyes)

डायब‍िटीज का बुरा असर आंखों पर भी पड़ता है, अगर आपको डायब‍िटीज है तो आपको डायब‍िट‍िक रेट‍िनोपैथी (diabetic retinopathy) की समस्‍या हो सकती है। ये समस्‍या तब होती है जब सालों से आपने डायब‍िटीज पर न‍ियंत्रण न रखा हो।  जब आंखों के प‍िछले ह‍िस्‍से रैट‍िना में सूजन या ल‍िकेज होता है तब रैट‍िनोपैथी की समस्‍या होती है। हाई बीपी के कारण भी ये समस्‍या हो सकती है। इस समस्‍या से बचने के ल‍िए आपको हर साल कम से कम दो बार आंखों की जांच करवानी चाह‍िए।


2. डायब‍िटीज के कारण हार्ट, नर्व डैमेज हो सकती है (Diabetes affects heart, nerves)

शरीर में मौजूद नसों के कारण मूवमेंट, र‍िप्रोडक्‍शन, डाइजेशन व अन्‍य फंक्‍शन जुड़े होते हैं पर डायब‍िटीज के कारण नर्व डैमेज की समस्‍या हो सकती है और अगर ऐसा होता है तो आपको ज्‍यादा पसीना आना, हाथ या पैर में टिंगल‍िंग या सुन्‍नपन आद‍ि समस्‍याएं हो सकती हैं। डायब‍िटीज का बुरा असर हार्ट पर भी पड़ता है ज‍िसके कारण स्‍ट्रोक, हार्ट अटैक के लक्षण नजर आ सकते हैं।


3. डायब‍िटीज से बढ़ सकता है फंगल या बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन (Diabetes affects skin)

अगर आपको डायब‍िटीज है तो इससे आपकी स्‍क‍िन पर बुरा असर पड़ सकता है। डायब‍िटीज का स्‍तर बढ़ने के कारण नर्व और ब्‍लड सर्कुलेशन प्रभाव‍ित होता है ज‍िससे ड्राय स्‍क‍िन की समस्‍या, घाव या चोट या कटने पर हुए जख्‍म का धीरे भरना, फंगल या बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन, पैरों में सुन्‍नपन आद‍ि समस्‍याएं हो सकती हैं। 


4. डायब‍िटीज के कारण हो सकती है पेट से जुड़ी समस्‍या (Diabetes affects stomach)

डायब‍िटीज के कारण डाइजेशन भी बिगड़ सकता है। डायब‍िटीज के कारण नर्व डैमेज, जी म‍िचलाना, कॉन्‍सट‍िपेशन, डायर‍िया की समस्‍या हो सकती है। डायब‍िटीज में ली जाने वाली दवा के कारण भी इंडाइजेशन की समस्‍या हो सकती है। कुछ टाइप 2 डायब‍िटीज की दवाएं भी डाइजेशन संबंध‍ित परेशानी का कारण बन सकती हैं।


5. डायब‍िटीज में बीमार हो सकते हैं आपके पैर, क‍िडनी (Diabetes affects feet, kidney)

डायब‍िटीज के कारण डायब‍िटिक फुट की समस्‍या (diabetic foot) हो सकती है इसल‍िए डायब‍िटीज के मरीजों को हर साल अपने पैरों का चेकअप कम से कम एक बार जरूर करवाना चाह‍िए। डायब‍िटीज के कारण क‍िडनी डैमेज की समस्‍या भी हो सकती है। क‍िडनी डैमेज में सालों लग जाते हैं और काफी बाद में आपको समस्‍या का पता चल सकता है। अगर आप डायब‍िटीज कंट्रोल नहीं करेंगे तो हाई बीपी की समस्‍या, हाई कोलेस्‍ट्रॉल की समस्‍या हो सकती है।

शरीर के अंगों को डायब‍िटीज के बुरे प्रभाव से बचाने के ल‍िए अगर आप हेल्‍दी डाइट का सेवन करें, स‍िगरेट का सेवन न करें, एल्‍कोहल से दूर रहें और रोजाना एक्‍सरसाइज करें तो ब्‍लड शुगर को कंट्रोल करके हेल्‍दी बॉडी पा सकते हैं।


Disclaimer - इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी हमारी पोस्ट की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

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