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3/18/2022

वीर्यवान आँवला ( विशेष औषधि-प्रयोग )

   
                           
   

वीर्यवान आँवला विशेष औषधि-प्रयोग )


🌸🍈 *श्वेत प्रदर :* ३ से ५ ग्राम चूर्ण को मिश्री तथा दूध की मलाई के साथ प्रतिदिन दो बार लेने से अथवा इस

चूर्ण को शहद के साथ चाटने से श्वेत प्रदर ठीक होता है।


🌸🍈 *सिरदर्द :* आँवले के ३ से ५ ग्राम चूर्ण को घी एवं मिश्री के साथ लेने से पित्त तथा वायुदोष से उत्पन्न सिरदर्द में राहत मिलती है। 


🌸🍈 *प्रमेह (धातुक्षय) :* आँवले के रस में ताजी हल्दी का रस अथवा हल्दी का पावडर व शहद मिलाकर सुबह- शाम पियें अथंवा आँवले एवं हल्दी का चूर्ण रोज सुबह- शाम शहद अथवा पानी के साथ लें। इससे प्रमेह मिटता है। पेशाब के साथ धातु जाना बंद होता है। 


🌸🍈 *वीयवृद्धि के लिये :* आँवले के रस में घी तथा मिश्री मिलाकर रोज पीने से वीर्यवृद्धि होती है।


🌸🍈 *कब्जियत :* गर्मी के कारण हुई कब्जियत में आँवले का चूर्ण घी एवं मिश्री के साथ चाटें अथवा त्रिफला (हरड़, बहेड़ा, आँवला) चूर्ण आधे से एक चम्मच रोज़ रात्रि को पानी के साथ लें इससे कब्जियत दूर होती है।


🌸🍈 *अत्यधिक पसीना आने पर :* हाथ-पैर में अत्यधिक पसीना आता हो तो प्रतिदिन आँवले के २० से ३० मि. ली. रस में मिश्री डालकर पियें अथवा त्रिफला चूर्ण लें। आहार में गर्म वस्तुओं का सेवन न करें।


🌸🍈 *दांत की मजबूती :* आँवले के चूर्ण को पानी में उबालकर उस पानी से

कुल्ले करने से दाँत मजबूत एवं स्वच्छ होते हैं।


🌸🍈 *नवशक्ति की प्राप्ति :* एक महीने तक आँवले का चूर्ण नियमित रूप से घी, शहद और तिल का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से मनुष्य की

बोलने की शक्ति बढ़ती है, शरीर कांतिमान हो उठता है तथा चिरयौवन प्राप्त होता है|


🌸🍈 *इन्द्रियों की कार्यक्षमता में वृद्धि :* आँवले का चूर्ण पानी, घी या शहद के साथ सेवन करने,से जठराग्नि बढ़ती है; सुनने, सूँघने; देखने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है तथा दीर्घायुष्य प्राप्त होता है|


🌸🍈 *हृदय की मजबूती :* सूखा आँवला एंवं मिश्री चूर्ण सम मात्रा में एक-एक चम्मच सुबह- शाम सेवन

करने से हृदय मजबूत होता है । हृदय के वॉल्व ठीक ढंग से कार्य करते हैं | हृदयरोगियों को यह प्रयोग कम- से- कम एक वर्ष तक नियमित करना चाहिए |


🌸🍈 *काले, घनें, रेशम जैसे बालों के लिए :* २० से ४० ग्राम सूखा आँवला 200 ग्राम पानी में रात को भिगो दें व सुबह उस आणि में बाल धो दें। आँवला मिश्री का समभाग चूर्ण पानी के साथ सेवन करें। इस प्रयोग से बालों की सभी समस्याएँ खत्म हो जाएंगी व बाल चमचमाते नजर आएंगे।


🌸🍈 *गर्भवती स्त्रियों के लिए :* नित्य 2 नग मुरब्बा सुबह खाली पेट गर्भवती महिला को खिलाने से प्रसव नैसर्गिक रूप से बिना किसी औषधि और चिकित्सकीय सहयोग के होता है तथा शीशु में तीव्र रोग प्रतिरोधक क्षमता पाई जाती है, जिसके प्रभाव से शिशु ओजस्वी वह सुंदर होता है।


🌸🍈 *उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड- प्रेशर) :* आंवले का मुरब्बा 6 माह तक नित्य प्रातःकाल खाली पेट खाने से लाभ होता है।


🌸🍈 *समस्त यकृत- रोग :* ताजे आंवले का 25 से 35 ग्राम रस या सूखे आंवले का 5 ग्राम चूर्ण सेवन करने से यकृत (लीवर) के दोष दूर हो जाते हैं।


🌸🍈 *अजीर्ण :* आंवला चूर्ण और मिश्री का समभाग मिश्रण बनाकर भोजन के बाद एक चम्मच सुबह-शाम सेवन करने से अजीर्ण व कब्ज जड़ से समाप्त हो जाते हैं।


🌸🍈 *पेट के कीड़े :* ताजे आंवले का रस 6 चम्मच और शुद्ध शहद एक चम्मच मिलाकर 1 सप्ताह तक सुबह-शाम दें। इससे निश्चित रूप से कृमि मल के साथ बाहर आ जाते हैं।


🌸🍈 *पेट के समस्त रोग :* आंवला चूर्ण का गोमूत्र के साथ सेवन करने से पेट के लगभग सभी रोगों में लाभ होता है।


🌸🍈 *तेज वह मेधा की वृद्धि :* आंवले का चूर्ण घी के साथ रोज सेवन करने से शरीर में तेज व मेधा शक्ति की वृद्धि होती है।


🌸🍈 *दीर्घायु प्राप्ति हेतू :* गरुड़ पुराण के अनुसार 100 वर्ष तक जीने के इच्छुक व्यक्ति को नित्य आंवला मिले जल से स्नान करना चाहिए।


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हमारी ये पोस्ट इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.





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