Ppanchak

Ppanchak.blogspot.com आस्था, प्रेम, हिन्दी जोक्स, अपडेट न्युज, सामाजिक ज्ञान, रेसिपी, परिवाहिक धारा

Breaking

12/29/2021

मुस्कान का कमाल है, फिर ऊधम क्यों ?

   
                           
   

मुस्कान का कमाल हैफिर ऊधम क्यों 




होटल के एक वेटर ने सुबह मुस्कुराहट 😊 के साथ ग्राहक को चाय का कप पकड़ा...


वेटर की मुस्कान ने कर दिया कमाल


उस ग्राहक की जिंदगी बहुत अकेली थी

लेकिन... मानो इसमें नौ पल्लवित शाखाएं फूट पड़ीं....


वो खुश हो गई और 30 रुपये की टिप लगा दी।


वेटर को मुस्कान के बदले ऐसे उपहार की कल्पना भी नहीं थी।

वो भी खुश हो गई और 20 रुपये एक भिखारी के हाथ में दे दिए।


उस भिखारी के पास ये कल्पना कहाँ से है कि उसे सुबह 20 रुपये मिलेंगे ?

कल की भूखी रह कर खुश और खुश हो गई और भूखी सो रही अपनी माँ से मिलने दौड़ी।


सड़क पर पूरे घंटे बुखार के साथ सड़क पर एक छोटे से पिल्ले को लेने के लिए दौड़ा, और प्यार से अपना सिर घुमाया।


यह नजारा एक मोंढीदत कार में बैठे एक बहुत अमीर व्यक्ति ने देखा, और हुआ यूं कि पिल्लों से प्यार करने वाला भिखारी भी कम अमीर नहीं.....?


और मैं अमीर कैसे कह सकता हूँ जो मेरी कंपनी के मजदूरों या कार चालक, और मेरे परिवार की उपेक्षा करता है.....?


उस अमीर आदमी ने खुशी खुशी कार के ड्राइवर और कंपनी के सभी आदमियों को 1000-100 रुपये दे दिए।


सेठ के हंसमुख स्नेही चेहरे पर 1000 रुपये लेकर ड्राइवर परिवार के साथ समुद्र तट पर गया।


यह ड्राइवर आज बहुत खुश था।


जैसे ही वह कार से बाहर निकला वहां एक युवक खड़ा था। एक पल के लिए दोनों आँखें मिलीं, और वह युवक वापस समुद्र के सामने चलने लगा।


ड्राइवर ने पूछा: तुम कौन हो?

अचानक पीछे क्यों मुड़ गए.....??


इस अज्ञात युवक ने जवाब दिया कि देख भाई मैं जिंदगी से निराश व्यक्ति हूँ, साथ ही खुदकुशी करने आया था..


लेकिन क्या.....???


किसी आदमी के चेहरे पर मुस्कान दिखे तो आत्महत्या न करने का संकल्प लिया। तेरी खुशी ने मेरी जान बचाई है।


धन्यवाद !!


इस प्रकार..

हमारे चेहरे की मुस्कान कई जीवन में असीमित खुशियाँ पैदा कर सकती है जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी।


हम कहाँ हैं.....?


जो हमारे हाथ में नहीं है, भविष्य की झूठी कल्पनाएं करके हम जीवन से खुशियां खो रहे हैं।


इसीलिए हर पल खुश रहना सीखो।


जिंदगी मुझे रोज सिखाती है कि जीना सीख लो...


एक जोड़ में तेरह टूटेंगे, पर सिलना सीखो.....


इसलिए...


*मन भर के नहीं, मन भर के जियो। *


😊😇😊😇😊😇😊😇😊😇😊😇😊

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

If you have any doubts,please let me know