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11/11/2021

जलाराम मंदिर ( वीरपुर गुजरात )

   
                           
   

जलाराम मंदिर वीरपुर गुजरात )


वीरपुर गुजरात के राजकोट से 53 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। यह एक प्रसिद्ध स्‍थान है , जहाँ बाबा जलाराम का जन्‍म सन् 1799 मे हुआ था। ।बाबा जलाराम को भगवान राम के अनुयायी बहुत मानते है।वीरपुर में बाबा जलाराम का घर था , जिसे बाद में एक मंदिर में बदल दिया गया। इस मंदिर में बाबा जलाराम की मूर्ति रखी हुई है।यहाँ स्थित बाबा जलाराम के मंदिर की मुख्‍य विशेषता यह है कि यहाँ तीर्थयात्रा पर दूर से आने वाले यात्रियों से कोई पैसा  नहीं लिया जाता है। जलाराम बापा ने ' सदाव्रत'  नाम की भोजनशाला बनवाई जहाँ 24 घंटे साधु-सन्त तथा दर्शनार्थियों को भोजन कराया जाता है। 

आने वाले हजारों दर्शनार्थियों को दो बार निशुल्क  प्रसाद  और चाय प्रदान की जाती है।प्रसाद में सुबह  गाँठिया , बूँदी और सब्जी तथा शाम को कढ़ी , खिचड़ी , एक पारम्परिक पकवान देशी धी का खुशी खुशी परोसा जाता है ।यहाँ पीने के पानी के  बर्तनो में हमेशा पर्याप्त मात्रा में पानी रहता है ऐसा माना जाता है कि इस पानी को पीने के बाद किसी को कोई  बीमारी नहीं होती है । 

एक बार तीन अरबी जवानो ने वीरपुर में बापा के अनुरोध पर भोजन किया , भोजन के बाद जवानों को शर्मींदगी लगी , क्योंकि उन्होंने अपने बैग में मरे हुए पक्षी रखे थे। बापा के कहने पर जब उन्होंने बैग खोला , तो वे पक्षी फड़फड़ाकर उड़ गये , इतना ही नही बापा ने उन्हें आशीर्वाद देकर उनकी

मनोकामना भी पूरी की। सन्‌ 1935 में माँ ने एवं सन्‌ 1937 में बापा ने प्रार्थना करते हुए अपने नश्वर शरीर को त्याग दिया।आज भी जलाराम बापा की श्रद्धापूर्वक प्रार्थना करने पर लोगों की समस्त इच्छायें पूर्ण हो जाती है। उनके अनुभव 'पर्चा' नाम से जलाराम ज्योति नाम की पत्रिका में छापी जाती है।श्रद्धालुजन गुरूवार को उपवास कर अथवा अन्नदान कर बापा को पूजते हैं।

श्री जलाराम बापा के "झोली-डांडा" को एक काँच के  कप-बोर्ड में दर्शन के लिए रखा है और श्री हनुमानजी की मूर्ति  भी "समाधि" के पास है ।

 यदि आप द्वारका और सोमनाथ की यात्रा पर जाते  हैं तो वीरपुर में जलाराम बापा के आशीर्वाद लेने इस स्थान पर अवश्य जाएँ *यह आपके रूट पर ही आता है।*

चोटिला से 100 कि.मी. , राजकोट से 55 कि.मी. , गोंदल से मात्र 17 कि.मी. वीरपुर है । वीरपुर से जूनागढ़  48 कि.मी.दूर है ।





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