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4/18/2020

अनोखी प्रेम कहानी # supar love story

   
                           
   

अनोखी प्रेम कहानी # supar love story











मित्रों आज में आपको येसी कहानी सुनाने जा रहा हु
जिसे सुनकर आप आप भी कहेंगे एसा होता है प्यार
वरना आज के ज़माने में प्यार का मतलब कॉन समझता है
तो आइये सुरु करते है एक अनोखी प्रेम कहानी
💖 अनोखी प्रेम कहानी 💖
ये कहानी सत्य गटना पर आधारित है
ये कहानी मनसुखलाल के पुत्र की है मनसुखलाल ख़ूब भले ओर सरल स्वभाव के है उनकी पत्नी का नाम उमाबेन है
वो भी सरल स्वभाव की है ओर उनके पुत्र का नाम सुनील
है वेसे लड़का तो अच्छा है पर एक बार कोई चीज़ ठान ले
तो उसे पूरा करके छोड़ता है वो पढ़ाई में भी बहुत होशियार है
वो अभी १२ वी कक्षा में पढ़ता है ओर मनसुखलाल को दुकान में
हाथ बाटता है मनसुखलाल को बुकस्टोर की दुकान है
वो बुक के अलावाँ  कई ओर चीज़ों का भी व्यापार करते है
उनकी दुकान का नाम उनकी पत्नी के नाम से रखा है
उमा बुकस्टोर  उनकी दुकान के पास में ही बहोत बड़ा कोलेज है
ओर दुकान के पीछेकी तरफ़ रेलवे स्टेशन है
   💥💥💥💥💥💥💥💥💥
दोपहेर को मनसुखलाल घरपे आराम करते है ओर सुनील
दुकान संभालता है एक दिन कोलेज की एक लड़की दुकान में
आइ बुक ख़रीदने के लिए तभी सुनील दुकान में था ओर वो
साफ़ सफ़ाई कर रहा था लड़की दुकान के अन्दर आकर बोली
चाचा नई बुक आइ क्या आवाज़ सुनते ही सुनील ने पीछे
मुड़कर देखा तो एक ख़ूबसूरत लड़की उसके सामने खड़ी थी
वो तो उस लड़की को देखताही रहा गया ओर लड़की भी उसे
देखती रहे गई लगभग १ मिनट तो दोनो एक दूसरेको देखते
रहे फिर सुनील बोला कुच्छ चाहिये क्या लड़की बोली मेने
आपके पापा से कुच्छ बुके मँगवाई थी वो आइ क्या
सुनील ने कहा नया माल अभी आया नहीं साम तक आ जाएगा
एक काम करिये आप दो घंटे के बाद आइये मील जायेगा
लड़की ने  कहा नहीं में कलहि आऊँगी में यहाँ की रहेनेवाली नहीं में पड़ोस के गाँव से आती हु तो मे कल आके ले जाऊँगी
बोल के लड़की दुकान बाहर निकली निकल ने वक़्त उसने
सुनील को दो तीन बार पलट के देखा सुनील भी उसे देखकर
मुस्कुरा रहा था उसके जाने के बाद सुनील ने सोचा के ये
बाहर से आती है मतलब ये कोलेज में पड़ती होगी सुनील
का मन तो हुवाँ उसके पीछे जाने का पर करताभी क्या
बिचारा दुकान छोड़कर जा भी नहीं सकता उसे पता है की
महिला कोलेज १२ से ५ बजे तक चलती है ओर सुनील
का दुकान में बेठने वक़्त भी १२ से ५ तक का है बिचारा
करता तो भी क्या करता इंतज़ार के सिवा उसके पास
कोई रास्ता ही नहीं की कल कब होगी ओर उनके दीदार
कब होंगे पूरी रात भर सुनील सों नहीं सका उस लड़की का
चहेरा सुनील के दीलो दिमाग़ से जा ही नहीं रहा था जेसे आँख
बंद करता उसका चहेरा दिखाई देता वो कुच्छ समज़ नहीं पा
रहा था आख़ीर एसा क्यू हो रहाँ है सोच ते सोच ते सुबह हो
गई अब उसे १२ बजने का इंतज़ार था आज सुनील ११:३० बजे
दुकान में पहोच गया ओर आपने पापा से पुछने लगा कल एक
लड़की आइ थी उसने कूच बुके मंगवाइ थी उसके पापा ने कहा
हा मेने इसे पेक करके रखा है तू उसे दे देना ओर उसका बिल
३७५ हुवा है उसने ४०० पहेले से ही दे रखे है तू उसे २५ वापस
दे देना  में जा रहा हु कहेके वो धर चले गये
🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹
फिर दोपेर को वो लड़की आइ तो सुनील ने वो बुके दे दी २५ रूपये वापस कर दिये फिर
लड़की : आप के पास पुराने गानो की सीडी है क्या?
सुनील : हाँ
लड़की : तो मूजे १ सीडी दे दो
सुनील : लगता है आपको पुराने गाने ज़्यादा पसंद है
लड़की : हाँ पुराने गानो की बात ही कूच ओर है
सुनील : सही बात है मूजे भी ओल्ड सोंग ज़्यादा पसंद है
लाड़ली : अच्छा ये बताइये के ये सीडी का क्या दाम हुआ
सुनील : अगर आपको ख़रीदना है तो ५० देदो अगर आपको
           किराये पे लेना है तो १ दिन का २ रूपये लगेंगे बोलो
            क्या करना है आपको
लड़की : एक काम करिये मूजे किराये पे देदो वेसे भी में हर
            रोज़ कोलेज तो आती ही हु ओर इसीकी वजसे हर
           बार नये नये गाने सुनने मिलेंगे  तो आप देदो
सुनील : अच्छा आप अपना नाम लिखवाये
लड़की : मेरा नाम सोनू हाँ में पासी के कोलेज में पड़तीं हु
फिर सुनील सब लिख दिया ओर सीडी देदी फिर वो चलते चलते सुनील को उसका नाम पूसने लगी सुनील ने अपना नाम बताया ओर वो मुस्कुराते चली गई फिर तो क्या हर रोज़ सोनू आती ओर पहेले वाली देके दूसरी ले जाती एस बहाने दोनो काफ़ी देर तक बातें करते एन दिनो वे दोनो एक दूसरे के इतने क़रीब गये थे के एक दिन भी एक दूसरे को ना देखे तो चेन ना आये वो दोनो एक दूसरे से प्यार तो करते थे पर कभी एक दूसरे को बता नहि सके बस एसे ही एक दूसरे को मिलते
रहे एक दिन क्या हुबा सुनील की तबियत बिगड़ गई की
मान लो बुखार उतर ने का नाम ही नहि लेता था उसको
हास्पिटल में दख़ल कर दिया सुनील का पूरा स्टेमीनार
ख़त्म हो चुका था वो होस में ही नहि था ओर यहाँ सोनू
दुकान पे आती है पर दुकान बंद देखकर वो चली जाती
है फिर वो दूसरे दिन आइ तो भी दुकान बंद अब वो टेन्शन
में आ गई कूच तो बात है कही उसे कूच हो तो नहि गया ने
फिर वो हररोज़ आती एसे करते ५ दिन गुज़र गये फिर उससे
रहा नहि गया तो उसने पास वाली दुकान वालेसे मिली ओर
पूछा ये आपके पास वाली दुकान खुलतीं नहि कही बहार
गये है क्या आपको पता है दुकानदार समज गया की ये
लड़की ज़रूर सुनील को ढुंड रही है उसको सक था ये हर
रोज़ आती थी मतलब ये दोनो का कूच चक्कर है इसलिये
उसने मज़ाक़ में लड़की को कहा के पास वाली दुकान में
जो लड़ाका बेठता था उसका देहान्त हो चुका है कूच बीमारी
के कारण वो भर जवानी में मर गया भगवान उसकी आत्माको
शांति दे इतना सुनते ही सोनू की हालत एसी हो गई के बिना
प्राण के सरिर वोतो रोते रोते रेलवेटेसन के पास गई ओर जेसे
ही गाड़ी आइ उसने आपने प्राण त्याग दिये आस पास के लोग
इखटा हो गये वो दुकानदार भी आया उसने देखा तो अपने
आप को कोसने लगा के मेने ये क्या कर दिया मेरा एक
मज़ाक़ किसी का जीव ले गया बहोत पछताने लगा अब यहाँ
सुनील ठीक हो गया उसको अब दुकान आना था क्यू की वो
सोनू से मिलना चाहता था लेकिन उसके धर वाले उसे जाने नहि देते थे अभी दो चार दिन आराम कर फिर जाना लेकिन
सुनील नहि माना ओर वो दुकान पर आगया ओर सोनू का
इंतज़ार करने लाग लेकिन सोनू आइ नहि एसे राह देखते
देखते काफ़ी दिन गुज़र गये वो पूरा दिन उदास रहेता किसी
से बात नहि करता उसकी एसी हालत देखकर उस दुकानदार
से रहा नहि गया उसने सुनील को बताया बेटा मजसे एक
बहोत बड़ी ग़लती हो गई है तेरी एसी हालत का मेंही ज़िम्मेदार
हु मूजे माफ़ कर दे सुनील ने कहा क्या बात है अंकल एसा क्यू
कह रहे हो आप दुकानदार ने कहा तूजे केसे कहु बेटा मूँजें
अपने आप पर क्रोध आ रहा है की मुझसे इतना बड़ा पाप हो
गया है सुनील ने कहा लेकिन बात क्या है ये तो बताइये
दुकानदार ने कहा सुन बेटा कूच दिन पहेले इक लड़की आइ
थी तुम्हारी दुकान बंद देखकर वो मेरे पास आइ ओर पूछ ने
लगी ये दुकान क्यू बंद है तो में समज गया के ये तुम्हारे बारेमे
पूछना चाहती है तो मेने उसे मज़ाक़ में कहे दिया की ये बाजु
वाला लड़का मर गया है इस लिये दुकान बंद है लेकिन मूँजें
ये नहि पता था की उसको इतना आगात लगेगा के वो ख़ुद
अपने आप को मार डालेंगी सुनील ने कहा ये क्या कह रहे
हो आप दुकानदार बोला हाँ बेटा उसने रेलवेटेसन जाकर
ख़ुदखुसी कर दी मेरे मज़ाक़ ने उसकी जान लेली बेटे इतना
सुनते ही सुनील भी रेलवेटेसन पर गया ओर उसने भी अपने
आप को मार डाला
नोध: दोस्तों कभी भी कोई प्यार करने वालों से एसा मज़ाक़
मत करना क्यू की प्यार को ना कोई समजा है ना कोई समज
सकेगा दोस्तों अगर आपको मेरी ये कहानी पसंद आइ हो तो
मूँजें फोलो करे ओर इस कहानी को शेर ज़रूर करे 🙏

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