महाशिवरात्रि व्रत का महत्व एवं सभी प्रकार के मनोरथ पूर्ण करने के लिए उपाय
🚩🚩महाशिवरात्रि’ भगवान शिव और माँ पार्वती के मिलन का महापर्व है। हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने में मनाया जाने वाला यह पर्व हिन्दू धर्म में काफ़ी प्रसिद्ध है। ऐसा कहा जाता है की गंगा स्नान कर भगवान शिव की आराधना करने वाले भक्तो और साधकों को इच्छित फल, धन, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। हिन्दुओं द्वारा पूरी साधना से मनाया जाने वाला यह महापर्व शिव जी की शादी के लिए प्रसिद्ध है।
🚩🚩शास्त्र कहते हैं कि संसार में अनेकानेक प्रकार के व्रत, विविध तीर्थस्नान नाना प्रकारेण दान अनेक प्रकार के यज्ञ तरह-तरह के तप तथा जप आदि भी महाशिवरात्रि व्रत की समानता नहीं कर सकते। अतः अपने हित साधनार्थ सभी को इस व्रत का अवश्य पालन करना चाहिए।
🌺🌺भगवान शिव के कुछ ख़ास उपाय जिन्हे करने से होंगे सभी मनोरथ पूर्ण एवम ग्रह शांति -
➡️भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का निरंतर जाप करने से सभी मनोरथ की प्राप्ति होती है जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए.
➡️जो लोग स्वयं का घर बनाने की इच्छा रखते है उन्हे अपनी इच्छा पूर्ति के लिए शिव रुद्राभिषेक - शहद से करना चाहिए
➡️जो लोग अनावश्यक शत्रु पीड़ा से परेशान है उन्हे श्याम शिवलिंग का सरसो के तेल से रुद्राभिषेक करना चाहिए
➡️संतान प्राप्ति के लिए मक्खन के शिवलिंग बनाकर गंगाजल से रुद्राभिषेक करे
➡️परीक्षा मे सफलता प्राप्ति हेतु दूध - भांग मिलाकर शिवजी का पूजन करे
➡️जो लोग किसी बीमारी से .परेशान है वे शिवजी का गाय के घी से भगवान शिव का अभिषेक करे
➡️व्यापार मे तरक्की के लिए स्फटिक से बने शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करे
➡️सभी प्रकार के सुखो की प्राप्ति हेतु पारे के बने शिवलिंग का नित्य पूजन करे
➡️जो लोग आर्थिक तंगी से परेशान है वे लोग शिव दरिद्रदहन स्त्रोत का नियमित रूप से पाठ करे
➡️जो लोग शनि, राहु , केतु की महादशा से परेशान है वे लोग भगवान शिव का अभिषेक पानी मे काले तिल मिलकर करे
➡️पुत्र प्राप्ति के लिए नियमित रूप से सोमवार का व्रत रखे साथ ही शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करे
➡️अगर आपके जीवन मे अकारण ही परेशानिया आ रही है तो भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जप करना परम फलदायी है
➡️भगवान शिव को चंदन का इत्र अर्पित करने से अखंड वेभव की प्राप्ति होती है
➡️अगर आप मानसिक परेशानियो से परेशान है तो भगवान शिव का अभिषेक दूध मे शक्कर मिलाकर करे
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से संध्या के समय रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करे
🌺🌺विभिन्न प्रकार के द्रव्यों से अभिषेक का फल
👉* जल से अभिषेक करने पर वर्षा होती है।
👉* असाध्य रोगों को शांत करने के लिए कुशोदक से रुद्राभिषेक करें।
दध्ना च पशु कामाय श्रिया इक्षु रसेन च । मध्वाज्येन धनार्थी स्यान्मुमुक्षुस्तीर्थ वारिणः ।।
👉* भवन-वाहन के लिए दही से रुद्राभिषेक करें।
👉* लक्ष्मी प्राप्ति के लिये गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें।
👉* धन-वृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें।
👉* तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
👉* पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से रुद्राभिषेक करें।
👉* रुद्राभिषेक से योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है।
👉* ज्वर की शांति हेतु शीतल जल/गंगाजल से रुद्राभिषेक करें।
👉* सहस्रनाम-मंत्रों का उच्चारण करते हुए घृत की धारा से रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार होता है।
👉* प्रमेह रोग की शांति भी दुग्धाभिषेक से हो जातीहै।
👉* शक्कर मिले दूध से अभिषेक करने पर जडबुद्धि वाला भी विद्वान हो जाता है।
👉* सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है।
👉* शहद के द्वारा अभिषेक करने पर यक्ष्मा (तपेदिक) दूर हो जाती है।
👉*पातकों को नष्ट करने की कामना होने पर भी शहद से रुद्राभिषेक करें
।
👉* गो दुग्ध से तथा शुद्ध घी द्वारा अभिषेक करने से आरोग्यता प्राप्त होती है।
👉 पुत्र की कामनावाले व्यक्ति शक्कर मिश्रित जल से अभिषेक करें।
🌻🙏।।ॐ नमः शिवाय।।🙏🌻
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