कमजो ( DEBILITY )
परिचय :
शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण कमजोरी हो जाती है, या व्यक्ति के किसी रोग से परेशान होने के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक शक्ति की कमी हो जाने को कमजोरी कहते हैं। इस रोग से दिमागी शक्ति कमजोर हो जाती है।
कारण :
शरीर में कमजोरी के कारण, उल्टी, दस्त, नींद, लंघन, शोक, अति मैथुन, मल-मूत्रादि के वेग का रोकना, अल्प भोजन, चिन्ता और भय आदि होते हैं।
लक्षण :
शारीरिक शक्तिहीनता में शरीर अधिक पतला और कमजोर हो जाता है। ज्यादा कमजोर व्यक्तियों को शक्तिहीनता के अलावा अनेक प्रकार के रोग भी हो जाते हैं।
उपचार :
- लगभग 5-10 ग्राम मेथी के बीजों को सुबह-शाम गुड़ में मिलाकर सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है।
- टमाटर का सूप भूख को बढ़ाता है। यह खून की कमी को दूर करता है। थकावट व कमजोरी दूर करता है और चेहरे पर रौनक लाता है।
- पैरों पर काजू के दूध का लेप करने से पैरों की कमजोरी ठीक होती है।
- बबूल के गोंद को घी के साथ तलकर उसमें दुगुनी चीनी मिला दें। इसे प्रतिदिन 20 ग्राम लेने से शक्ति में वृद्धि होती है।
- पीपल के पत्तों का मुरब्बा खाने से शरीर की कमजोरी (दुर्बलता) दूर होती है।
- एक चम्मच मुलेठी का चूर्ण आधा चम्मच शहद और एक चम्मच घी मिलाकर एक कप दूध के साथ सुबह-शाम रोजाना 5-6 हफ्ते तक सेवन करने से बल बढ़ता है।
- गन्ना भोजन पचाता है और भरपूर शक्ति भी प्रदान करता है। यह शरीर को मोटा करता है तथा पेट की गर्मी तथा सीने की जलन को दूर करती है।
- एक गिलास दूध के साथ सुबह-शाम एक-एक चम्मच अलसी का बीज निगलते रहने से शारीरिक दुर्बलता दूर होकर पुष्टता आती है।
- गाजर के रस का सेवन करते रहने से मोटापा बढ़ता है।
- गाजर के हलवा के सेवन से कमजोरी में लाभ होता है। इसके सेवन से गुर्दे की कमजोरी भी दूर हो जाती है।
- रोजाना 2 केले दूध के साथ सुबह नियमित रूप से खाने से लाभ होता है।
- 2 केले खाकर ऊपर से 250 ग्राम मिलीलीटर दूध 90 दिनों तक लगातार पीने से कमजोर व्यक्ति मोटे होने लगते हैं।
- मटर खाने से खून और मांस बढ़ता है।
- 7 बादाम की गिरी रात को सोने से पहले पानी में भिगों दें, सुबह उठकर छिलकों को उतारकर पीस लें, फिर इसमें 30 ग्राम मक्खन और इच्छानुसार चीनी मिलाकर डबलरोटी के साथ खाकर ऊपर से 250 मिलीलीटर दूध पियें। इसे लगातार 6 महीने तक करने से शरीर मोटा और दिमाग (मस्तिष्क) तेज हो जाता है।
- आलू मोटापा नहीं बढ़ाता है। आलू को तलकर तीखे मसाले घी आदि लगाकर खाने से जो चिकनाई पेट में जाती है, वह चिकनाई मोटापा बढ़ाती है। आलू को उबालकर या गर्म रेत अथवा गर्म राख में भूनकर खाना लाभकारी एवं निरापद है।
- सूखे आलू में 8.5 प्रतिशत प्रोटीन है और सूखे चावलों में 6-7 प्रतिशत प्रोटीन है। इस प्रकार आलू में अधिक प्रोटीन पाई जाती है। आलुओं में मुर्गियों के चूजों जैसी प्रोटीन होती है। बड़ी आयु वालों के लिए प्रोटीन आवश्यक है। आलुओं की प्रोटीन बूढ़ों के लिए बहुत ही शक्ति देने वाली और वृद्धावस्था की कमजोरी दूर करने वाली होती है।
- छाछ पीने से स्रोतों, मार्गों की शुद्धि होकर रस का भलीप्रकार संचार होने लगता है तथा आंतों से संबन्धित कोई रोग नहीं होता है। नियमित रूप से छाछ पीने से शरीर की पुष्टि, बल, प्रसन्नता और चेहरे की चमक बढ़ती है। पिसी हुई अजवायन, कालानमक और छाछ तीनों को मिलाकर भोजन के अन्त में नित्य कुछ दिनों तक पीने से लाभ होता है। छाछ में कालीमिर्च और नमक मिलाकर भी पी सकते हैं।
- स्त्री-प्रसंग करने के बाद एक गिलास दूध में पांच बादाम पीसकर मिलाएं और एक चम्मच देशी घी डालें और पी जाएं। इस प्रयोग से बल मिलता है। नामर्दी दूर करने के लिए सर्दियों के मौसम में आधा ग्राम केसर डालकर पीना चाहिए।
- कॉफी पीने से मानसिक एवं शारीरिक थकान एवं भोजन के बाद पेट में होने वाली गड़बड़ियां दूर हो जाती हैं। भोजन के बाद कॉफी पी लेने से पित्त प्रसन्न और हल्कापन महसूस होता है, मानों की कुछ खाया ही नहीं है।
- इलायची के दाने, बांस, कपूर और बादाम प्रत्येक 50-50 ग्राम भिगोकर छान लें। इन्हें 50 ग्राम पिस्तों के साथ पत्थर पर बारीक पीसकर 2 लीटर दूध में पकाएं। हलुआ जैसा होने पर उसमें 20 ग्राम चांदी का वर्क मिलाएं। इसमें से प्रतिदिन 10-20 ग्राम सेवन करने से आंखों की रोशनी एवं शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
- पके हुए फालसे खाने से धातु की दुर्बलता दूर होती है।
- लगभग 10-20 मिलीलीटर शंखपुष्पी का रस सुबह-शाम सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है।
- मुनक्के का सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है। इससे मल-मूत्र भी साफ हो जाता है।
- देशी खजूर खाने से शरीर की कमजोरी मिट जाती है।
- खजूर के बीजों को निकालकर उस जगह मक्खन भरकर सेवन करने से कमजोरी दूर हो जाती है।
- खजूर चूर्ण और असगंध लगभग 5-5 ग्राम लेकर दूध के साथ सेवन करने से कमजोरी कम होती है।
- नियमित रूप से 10 से 15 खजूर खाकर ऊपर से 1 कप दूध पीने से कुछ दिनों में ही शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है। बल बढ़ता है, नया खून पैदा होता है और वीर्य बढ़ने लगता है।
- भैंस के घी में खजूर के बीज को 5 मिनट तक सेंककर दोपहर को चावल के साथ खायें। इसको खाने से पहले 1 घण्टा सो लें। इससे कमजोर व्यक्ति के वजन में बढ़ोत्तरी होती है।
- दो चम्मच चीनी और दो चम्मच घी में 10 पिसी हुई कालीमिर्च मिलाकर प्रतिदिन खाली पेट चांटे। इससे मस्तिष्क में तरावट आती है तथा कमजोरी का सिरदर्द दूर हो जाता है।
- पान के शर्बत में तीखी चीजें या गर्म बेसबार मिलाकर 25-25 ग्राम दिन में 3 बार पिलाने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
- खाना खाने के बाद लगातार तीन महीने तक केले खाने से कमजोर आदमी भी बलवान बन जाता है।
- कालीमिर्च का चूर्ण शहद में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से स्नायु में लाभ होता है।
- बच्चों को कालीमिर्च का चूर्ण घी या चीनी के साथ रोज सुबह-शाम चटाने से उनकी भूख बढ़ती है और निर्बलता दूर होती है और बच्चा बलवान भी बनता है।
- 30 ग्राम कालीमिर्च, 30 ग्राम सोंठ, 100 ग्राम छोटी पीपल, 170 ग्राम छिला हुआ तिल, 170 ग्राम अखरोट की मींगी, इन सबको पीसकर छानकर रख लें, फिर इसे 2 किलो चीनी की चाशनी में पका लें। चाशनी ठंड़ा होने पर, उसमें 250 ग्राम शहद मिलाकर रख दें। इसमें से 4 ग्राम दवा रोजाना सेवन करने से शरीर मजबूत हो जाता है।
- गर्भपात के बाद स्त्रियों के शरीर में हुई कमजोरी व खून की कमी को दूर करने के लिए मेथी का रोजाना सेवन करें।
- अच्छे पके हुए मीठे देशी आमों का ताजा रस 250 से 350 मिलीलीटर तक, गाय का ताजा दुहा हुआ गर्म दूध 50 मिलीलीटर, अदरक का रस एक चम्मच तीनों को कांसे की थाली में अच्छी तरह फेट लें, लस्सी जैसा हो जाने पर धीरे-धीरे पी लें, दो-तीन सप्ताह सेवन करने से मस्तिष्क की दुर्बलता, सिर दर्द, सिर का भारीपन और आंखों के आगे अंधरा हो जाना आदि दूर होता है। गुर्दे के लिए भी यह विशेष लाभदायक है।
- दूध में आम का रस मिलाकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है और वीर्य बनता है।
- नियमित सुबह मीठे आम चूसकर, ऊपर से सौंठ व छुहारे डालकर पकाये हुए दूध को पीने से पुरुषार्थ वृद्धि और शरीर पुष्ट होता है।
- अनार को खाने से खून साफ होता है और खून का संचार बढ़ता है तथा शरीर मोटा हो जाता है।
- मूंगफली कम मात्रा में रोजाना खाने से चर्बी आने लगती है।
- एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना सुबह पीना चाहिए।
- शहद को रोज दूध में मिलाकर सेवन करने से मोटापा बढ़ता है।
- एक किलो फिटकरी अपने शयनकक्ष में रखें। इससे मानसिक तनाव दूर होता है तथा दुर्बलता (कमजोरी) दूर होती है।
- पके अंजीर को बराबर की मात्रा में सौंफ के साथ चबा-चबाकर किया गया नियमित सेवन 40 दिनों में सारी शारीरिक दुर्बलता दूर कर देता है।
- अच्छे पके हुए दो वजनदार अंजीर (अच्छा अंजीर वजन में लगभग 70 ग्राम का होता है।) मिश्री के साथ सुबह के समय खाना चाहिए इससे कमजोरी और गर्मी से राहत मिलती है।
- अंजीर को दूध में उबालकर-उबाला हुआ अंजीर खाकर वही दूध पीने से शक्ति में वृद्धि होती है तथा खून भी बढ़ता है।
- 1 भाग नमक में 30 भाग ठंड़ा पानी मिलाकर घोल तैयार करें। इसको मांसपेशियों में मालिश करने से मांसपेशियों की कमजोरी मिट जाती है।
- नीम की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से बुखार के बाद आई कमजोरी मिटती है।
- नीम के फूलों का चूर्ण सुबह-शाम सेवन करने से कमजोरी में लाभ मिलता है। इससे पाचनशक्ति की खराबी भी सही होती है।
- पुदीने में विटामिन-ई पाया जाता है जो शरीर की शिथिलता (कमजोरी) और वृद्धावस्था (बुढ़ापे) को आने से रोकता है। इसके सेवन करने से नसे भी मजबूत होती हैं।
- सेब के नियमित सेवन करने से हृदय, मस्तिष्क और आमाशय को समान रूप से शक्ति मिलती है। इससे कमजोरी मिट जाती है।
- सुबह 2-3 सेब खाकर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से कमजोरी दूर हो जाती है।
- जायफल और जावित्री 10-10 ग्राम और अश्वगन्धा 50 ग्राम मिलाकर पीस लें। एक-एक चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ नियमित लें।
- लगभग 2-3 ग्राम रेशम के कोया (कोश) का चूर्ण का रोजाना सेवन करने से हृदय, दिमाग और फेफडे की कमजोरी में लाभ होता है।
- सफेद पेठे के बीज के बीच के हिस्से को पीसकर निकले आटे को घी में सेंककर उसमें शर्करा मिलाकर लड्डू बनाकर रोजाना सुबह के समय कुछ दिनों तक खाने से ज्यादा मेहनत करने से आई हुई शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है।
- उड़द में शक्ति को बढ़ाने (शक्तिवर्द्धक) का गुण है। उड़द को किसी भी तरह से खाने पर शक्ति बढ़ती है। रात्रि को 30 ग्राम उड़द की दाल पानी में भिगोकर और सुबह इसे पीसकर दूध व मिश्री के साथ मिलाकर पीने से मस्तिष्क व वीर्य के लिए बहुत ही लाभकारी है।नोट : इसे अच्छी पाचन शक्ति वाले ही इस्तेमाल करें। छिलके सहित उड़द खाने से मांस बढ़ता है। उड़द दाल में हींग का छौंका देने से इसके गुण में अधिक वृद्धि हो जाती है। भीगी हुई उड़द दाल को पीसकर एक चम्मच देशी घी व आधा चम्मच शहद में मिलाकर चाटने के बाद मिश्री मिला हुआ दूध पीना लाभदायक है। इसका प्रयोग लगातार करते रहने से पुरुष घोड़े की तरह ताकतवर हो जाता है।
- उड़द की दाल छिलके सहित खाने से शरीर मोटा होता है।
- उड़द की दाल का लड्डू रोजाना सुबह खाकर ऊपर से दूध पीने से कमजोरी दूर होती है।
- पीले बादाम की गिरी, निशास्ता, कतीरा और चीनी इन्हें बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें और इसे रोजाना 10 ग्राम दूध के साथ सेवन करने से शरीर की कमजोरी मिट जाती है।
- बादाम की गिरियां रात को पानी में भिगो दें। उसे सुबह छीलकर मक्खन के साथ चबा-चबाकर खाने से कमजोरी दूर हो जाती है।
- 4 पीस बादाम, 2 पीस छुहारा, 8 पीस मुनक्का शाम को पानी में भिगो दें। सुबह छुहारे की गुठली और बादाम का छिलका और मुनक्के के बीज अलग कर दें और शेष महीन पीसकर, इसमें शुद्ध घी मिलाकर रोजाना सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है।
- शौच आदि से निवृत्त होकर सुबह के समय तुलसी के 5 पत्ते पानी के साथ निगल जाने से बल, तेज और स्मरणशक्ति बढ़ती है। तुलसी के पत्तों का रस 8 बूंद पानी में मिलाकर प्रतिदिन पीने से मांसपेशियां और हडडियां मजबूत होती हैं। तुलसी के बीज दूध में उबालकर शक्कर मिलाकर पीना भी शक्तिशाली होता है।
- 125 ग्राम धनिया कूटकर 500 मिलीलीटर पानी में उबालें। जब यह चौथाई रह जाए तो छानकर 125 ग्राम मिश्री मिलाकर फिर गर्म करें। जब यह गाढ़ा हो जाए तो इसे उतार लेते हैं। इसे प्रतिदिन सेवन करने से मस्तिष्क की कमजोरी से आने वाला आंखों के सामने अंधेरा और जुकाम आदि सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
- बिना बीज वाले छुहारे को कूटकर इसके साथ पिस्ता, बादाम, चिरौंजी और मिश्री मिलाकर, इसमें शुद्ध घी मिलाकर रख दें। 1 सप्ताह बाद 20-20 ग्राम तक की मात्रा से इसे सेवन करें। इससे कमजोरी दूर हो जायेगी।
- छुहारा शरीर को मजबूत व शक्तिशाली बनाता है। दूध को गर्म करते समय यदि उसमें छुहारा या खजूर डाल दिया जाए और फिर उस दूध को पियें तो वह शरीर को बहुत ही शक्तिशाली बनाता है।
- 2-3 छुहारे को स्टील या चीनी मिट्टी के बर्तन में रातभर पानी में भिगोए रखने के बाद सुबह गुठली अलग कर दें और छुहारे को दूध में पकाकर सेवन करने से कमजोरी मिट जाती है।
- 250 ग्राम गुठलीरहित छुहारे, 250 ग्राम भुने चने, 250 ग्राम गेहूं का आटा, 60 ग्राम चिलगोजा, 60 ग्राम बादाम गिरी, 500 ग्राम गाय का घी, 500 ग्राम शक्कर और 2 लीटर गाय का दूध। दूध में छुहारों के कोमल होने तक उबालें, फिर निकालकर महीन पीस लें और फिर उसी दूध में धीमी आंच पर खोवा बन जाने तक पकाएं, जब तक खोवा न बन जाए। अब घी में आंच पर गर्म करके गेहूं का आटा डालकर गुलाबी होने तक धीमी आंच में सेंक लें, फिर उसमें चने का चूर्ण और खोवा डालकर फिर गुलाबी धीमी आंच पर गुलाबी होने तक भूने। जब सुगंध आने लगे, तब इसमें शक्कर डालकर खूब अच्छी तरह मिलाएं। हलवा तैयार हो गया। इसमें और सारी चीजों को डालकर रखें। इसे 50-60 ग्राम की मात्रा में गाय के गर्म दूध के साथ रोजाना 1 बार सेवन करें। इससे कमजोरी मिट जाती है।
- छुहारा रक्त बनाता है। शरीर को बलवान व मोटा बनाता है। दूध में 2 छुहारे उबालकर खाने से मांस, बल और वीर्य बढ़ता है। बच्चे के लिए छुहारा दूध में भिगो देते हैं। जब दूध में रखा हुआ छुहारा फूल जाता है तो इसे छानकर, पीसकर बच्चों को पिलाना चाहिए।
- छुहारा को दूध में उबालकर खाने से खून बनता है और शरीर में बल देता है।
- नारियल को दिन में 2 बार 50-50 ग्राम की मात्रा में रोज सेवन करने से शरीर मोटा होने लगता है।
- घी और शक्कर मिलाकर कुछ दिनों तक लगातार खाने से शरीर मोटा हो जाता है।
- घी और चीनी मिलाकर खाने से शरीर मोटा होता जाता है।
- ताजा जल 4 घण्टे धूप में रखकर रोजाना बच्चों को एक निश्चित समय पर नहलाने से बच्चा मोटा होता जाता है। दुबला-पतला होने पर पानी व पानी से युक्त खाने की वस्तुएं खानी चाहिए।
- अनार रक्तवर्धक है, इससे त्वचा चिकनी बनती है। रक्त का संचार बढ़ता है। शरीर को मोटा करती है। अनार मूर्च्छा में लाभदायक, हृदय बल-कारक और खांसी नष्ट करने वाली होती है। इसका शर्बत हृदय की जलन और बेचैनी, आमाशय की जलन, मूत्र की जलन, उलटी, जी मिचलाना, खट्टी डकारें, हिचकी, घबराहट, प्यास आदि शिकायतों को दूर करता है। अनार का रस निकालकर पीने से शरीर की शक्ति बढ़ती है और रक्त की वृद्धि होती है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. हमारी ये पोस्ट इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.
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