गेहूं के ज्वारे के जबरदस्त फायदे !
इस बात से तो हम सभी वाकिफ है कि सेहतमंद शरीर के लिए अनेक तरह के पौष्टिक फल, फूल और अन्य आहारों का सेवन करना काफी जरूरी है। चिकित्सकों के अनुसार गेहूं के जवारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसे पृथ्वी की संजीवनी भी कहा जाता है, जो व्यक्ति को एक तरह का नया जीवनदान दे सकते हैं।
इसके उपयोग से आंतों की सूजन, रक्त की कमी, अल्सर, उच्च रक्तचाप, दांत संबंधी समस्या, सर्दी, चर्म रोग, अस्थमा,पाचन संबंधी रोग, किडनी, कैंसर समेत कई अन्य समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
गेहूं के जवारे का वनस्पतिक नाम ट्रिटकम वेस्टिकम है। इसे गेहूं का जवारा या घास कहना सही नहीं है, क्योंकि ये असल में अंकुरित गेंहू होते हैं। जब गेहूं के बीजों को अच्छी उपजाऊ वाली जमीन या मीटी के बर्तन में खाद मिली हुई मिट्टी में बोया जाता है तो कुछ ही दिनों में ये अंकुरित होकर बढ़ने लगते हैं।
ऐसे में इनमें पत्तियां निकली शुरू हो जाती हैं। इस दौरान जब ये अंकुर 5 से 6 पत्तों के हो जाते हैं तो अंकुरित बीज का वो भाग जवारा कलाता है। गेहूं के जवारे का रस का सेवन करने से शरीर को कई तरह से लाभ होते हैं। इसमें क्लोरोफिल मौजूद होता है, जो कई रोगों से लड़ने में मददगार साबित होता है। इसके अलावा इसमें अमाइनो एसिड्स, वसा, विटामिन, शर्करा, एंजाइम्स और खनिज मौजूद होते हैं।
ऐसे करें प्रयोग
गेहूं के जवारे को काटने के बाद अच्छे से पहले धो लें। इसके बाद इसमें 1 गिलास के करीब पानी मिलाकर मिक्सी में पीस लें। आप चाहें तो स्वाद के लिए, इसमें नमक, नींबू, शहद या अदरक का रस भी मिलाकर पी सकते हैं। आपको रोजाना इसी तरह इसका ताजा जूस बनाकर पीना है।
ऐसा इसलिए क्योंकि तीन घंटे के अंदर इस जूस के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। आप दिन में कभी भी जवारे के जूस का सेवनकर सकते हैं। हालांकि, अगर आप खाली पेट इसका सेवन करेंगे तो आपको ज्यादा लाभ हो सकता है। वहीं, अगर आप दिन में इसे कभी भी पीने का सोच रहे हैं तो इसे पीने से आधे घंटे पहले और बाद कुछ भी न खाए-पिए।
जवारे के रस के फ़ायदे !
1. पेट गैस से राहत मिलती है
2. डायबिटीज के मरिजों के लिए फायदेमंद है
3. पुरानी एलर्जी को दूर करें
4. बालों का सफेद होना रोके
5. बालों का झड़नापन कम करें
6. आंखों की रोशनी बढ़ाए
7. शक्तिशाली टॉनिक का काम करें
8. खून की कमी को दूर कर खून बढ़ाए
9. जोड़ों में सूजन को दूर करें
10. लकवा मरीजों के लिए फायदेमंद
गेहूं के ज्वारे में क्षारीय खनिज होते हैं, जो अल्सर, कब्ज और दस्त से राहत प्रदान करता है। यह एग्जिमा, सर्दी-खांसी आैर दमा में लाभकारी हैं। मौसमी बीमारियों के साथ-साथ यह मलेरिया में लाभकारी है।
* डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है।
थायराइड, हृदयरोग व रक्तचाप में भी लाभकारी है, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है।
रोगी के अलावा स्वस्थ्य व्यक्ति भी इसका सेवन कर सकता है। इसका रस पाचन क्रिया को तेज करता है। शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकालकर शरीर को मजबूत बनाता है और तुरंत शक्ति प्रदान करता है।
गेहूं के ज्वारे को चबाने से गले की खराश और मुंह की दुर्गंध दूर होती है। इसके रस के गरारे करने से दांत और मसूड़ों के इन्फेक्शन में लाभ मिलता है। त्वचा पर ज्वारे का रस लगाने से त्वचा में चमक आती है।
इनके अलावा हृदयरोग, गठिया, दमा, पायरिया, कैंसर, लीवर और पाचन क्रिया जैसी संबंधित समस्यों से भी जवारे का रस राहत दिलवाने में मददगार साबित हो सकता है। इतना ही नहीं, इसका सेवन करने से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ भी बाहर निकाल जाते हैं।
गेहूं के जवारे का रस सर्वश्रेष्ठ !
गेहूं के ज्वारे का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है क्लोरोफिल।
यह क्लोरोप्लास्ट नामक विशेष प्रकार के कोषो में होता है। क्लोरोप्लास्ट सूर्य किरणों की सहायता से पोषक तत्वों का निर्माण करते हैं। यही कारण है कि, इसको `सकेन्द्रित सूर्य शक्ति′ कहते हैं।
वैसे तो हरे रंग की सभी वनस्पतियों में क्लोरोफिल होता है, किन्तु गेहूं के ज्वारे का क्लोरोफिल बड़ा ही श्रेष्ठ होता है। क्लोरोफिल के अलावा इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम और एंटी-ऑक्सीडेंट भी होता है, इसलिए इसको प्रतिदिन पीने की आदत डालिए !
स्वस्थ और निरोग रहिए !
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