एक बेटी का पिता
*एक पिता ने अपनी बेटी की सगाई करवाई,*
*लड़का बड़े अच्छे घर से था*
*तो पिता बहुत खुश हुए। 💜*
*लड़के ओर लड़के के माता पिता का स्वभाव*
*बड़ा अच्छा था..*
*तो पिता के सिर से बड़ा बोझ उतर गया।💝*
*एक दिन शादी से पहले*
*लड़के वालो ने लड़की के पिता को खाने पे बुलाया।*
*पिता की तबीयत ठीक नहीं थी*
*फिर भी वह ना न कह सके।*
*लड़के वालो ने बड़े ही आदर सत्कार से उनका स्वागत किया।*
*फ़िर लडकी के पिता के लिए चाय आई..*
*शुगर कि वजह से लडकी के पिता को चीनी वाली चाय से दुर रहने को कहा गया था।*
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*लेकिन लड़की के होने वाली ससुराल घर में थे तो चुप रह कर चाय हाथ में ले ली।*
*चाय कि पहली चुस्की लेते ही वो चोक से गये,चाय में चीनी बिल्कुल ही नहीं थी..* 💜
*और इलायची भी डली हुई थी।* 💜
*वो सोच मे पड़ गये कि ये लोग भी हमारी जैसी ही चाय पीते हैं।*
*दोपहर में खाना खाया वो भी बिल्कुल उनके घर जैसा,दोपहर में आराम करने के लिए दो तकिये पतली चादर।उठते ही सोंफ का पानी पीने को दिया गया।*
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*वहाँ से विदा लेते समय उनसे रहा नहीं गया तो पुछ बैठे - मुझे क्या खाना है,*
*क्या पीना है, मेरी सेहत के लिए क्या अच्छा है ?*
*ये परफेक्टली आपको कैसे पता है ?*
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*तो बेटी कि सास ने धीरे से कहा कि कल रात को ही आपकी बेटी का फ़ोन आ गया था।*
*ओर उसने कहा कि मेरे पापा स्वभाव से बड़े सरल हैं*
*बोलेंगे कुछ नहीं, प्लीज अगर हो सके*
*तो आप उनका ध्यान रखियेगा।* 💜💜
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*पिता की आंखों मे वहीँ पानी आ गया था।*
*लड़की के पिता जब अपने घर पहुँचे तो घर के हाल में लगी अपनी स्वर्गवासी माँ के फोटो से हार निकाल दिया।*
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*जब पत्नी ने पूछा कि ये क्या कर रहे हो ? ?*
*तो लडकी का पिता बोले - मेरा ध्यान रखने वाली मेरी माँ इस घर से कहीं नहीं गयी है,* 💜💜
*बल्कि वो तो मेरी बेटी*
*के रुप में इस घर में ही रहती है।* 💜💜
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*और फिर पिता की आंखों से आंसू झलक गये ओर वो फफक कर रो पड़े।* 💜
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*दुनिया में सब कहते हैं ना !*
*कि बेटी है,*
*एक दिन इस घर को छोड़कर चली जायेगी।*
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*मगर मैं दुनिया के सभी माँ-बाप से ये कहना चाहता हूँ*
*कि बेटी कभी भी अपने माँ-बाप के घर से नहीं जाती।*
*बल्कि वो हमेशा उनके दिल में रहती है।* 💜
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