Ppanchak

Ppanchak.blogspot.com आस्था, प्रेम, हिन्दी जोक्स, अपडेट न्युज, सामाजिक ज्ञान, रेसिपी, परिवाहिक धारा

Breaking

3/07/2022

माँ शक्ति - हरपालदे ओर बाबराभुत की माया ( भाग : 5 )

   
                           
   

 माँ शक्ति हरपालदे ओर बाबराभुत की माया 

भाग: 5 )


(अगले भाग में देखा कि हरपालदे कहता है कि माताजी को वरदान रूप में बरसाना है, माताजी का रूद्र रूप देखकर हरपालदे डर गया "माँ शक्ति" से क्षमा मांगता है)


हरपाल्दे : माँ मुझे माफ़ करो, ऐसा वरदान नहीं मांगना चाहिए, मुझसे गलती हो गई, सॉरी पराम्बिका सॉरी..


मातृ शक्ति: (मन्द मुस्कान के साथ) हरपालदे तू ना डरना, कहा था ना जो वरदान मांगो वो दूँगा


हरपाल्दे : इसीलिए मैंने हिम्मत करके ये वरदान मांगा


मातृ शक्ति: सुनो हरपालदे, वरदान देने से पहले तुम्हें मुझे दो वचन देने होंगे, यदि तुम मेरे दो वचन मानोगे तो मैं तुम्हें वरदान दूंगा।


हरपाल्दे : मुझे अपना वचन बताओ, मैं जीवन के अंत में भी अपना वचन निभाऊंगा।


शक्ति : मेरा वादा सुनो

• पहला वचन: मुझे कोई भी काम करने की इजाजत होनी चाहिए, कोई भी काम मुझसे पूछे बिना नहीं करना चाहिए


• दूसरा वचन : जब जगत में प्रगट होगा कि हरपालदे के घर में असली शक्ति है, तब मैं पृथ्वी में समा जाऊंगा।


हरपाल्दे : मैं आपके दोनों वादे स्वीकार करता हूँ


मातृ शक्ति: तो सुनो हरपालदे मैं तुम्हें इस रूप में नहीं ले सकता लेकिन एक महीने बाद संतालपुर के प्रतापसिंह सोलकी की बिसंती देवी को भेजकर अपने गड्ढे से विवाह करा देना। मैं खुद बिशांति देवी के रूप में तुमसे विवाह करने को तैयार हो जाऊंगा, बिसंती देवी ही मेरी किस्मत है.... तथास्तु 🤚


हरपाल्दे : धन्य हो तुम "मातृ शक्ति".. धन्य हो तुम, एक चिंता रोज सूखी खा जाती है, उसे सुलझाते रहो।


मातृ शक्ति: बताओ क्या भ्रम है।


हरपालदे उसे बाबराबत की पूरी कहानी सुनाता है, मैं उसे मार कर पाटन मुक्त करना चाहता हूँ


मातृ शक्ति: क्या आप जानते हैं कि हरपालदे बब्रोभ्वर कौन है?


हरपालदे: नहीं, वो मुझसे बात नहीं कर रहा, वो सिर्फ मुझसे कहकर राज्य जाना चाहता है कि मेरे रास्ते से हट जाओ, मुझे करण घेला जाने दो, अगर मैंने उसे रोका तो मुझसे लड़कर चौथी बार गायब हो गया...


माँ शक्ति: हरपालदे कल राजकचेरी जाकर करण वाघेला से पूछें कि भूत से क्या दुश्मनी है,


हरपालदे : मैं मांगूंगा जरूर, लेकिन इस बाबरावत को मारने का रास्ता बताओ।


मा शक्ति: बाबराफात को मारने की बात तो होती है लेकिन उसे हराना 'लोढ़ा के छोले चबाने' जितना मुश्किल है।


हरपाल्दे : कुछ तो रास्ता होगा ?


मातृ शक्ति: सुनो हरपालदे, रात के तीन पहर तक भूत, प्रेत, पिशाच बल दुगुना, चौथे दिन अर्थात मेरी ("शक्ति") चौथे दिन आरम्भ हो जाए तो उन सभी की शक्ति आधी हो जाए, हरपालदे इस दिव्य तलवार को ले और युद्ध के समय मैं वास करूँगा आपकी दाहिनी बांह, चौथा कदम चलो और शुरूआत तो तुरंत इस चमत्कारी तलवार से बाबरावत की चोटी काट दो, बाबरावत हमेशा के लिए आपके कब्जे में हो जाएगा,


आगे और पीछे......


जय माँ ज़ाला वाली "शक्ति माँ" 🙏





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

If you have any doubts,please let me know